Scam alart: अगर आप भी करते है ऑनलाइन लेन देन तो हो जाए सावधान
Scam alart: यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) भारत में एक प्रमुख डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म बन चुका है जो न केवल देश में बल्कि विदेश में भी बढ़ रहा है हालांकि इसके साथ ही साइबर क्राइम के मामले में भी वृद्धि हो रही है हाल ही में तमिलनाडु पुलिस ने यूपीआइ यूजर्स के लिए एक नए प्रकार के स्कैन के बारे में चेतावनी दी है
पीएम किसान योजना फर्जी ऐप स्कैन
स्कैमर्स पीएम किसान योजना के नाम पर एक फर्जी एप्स का प्रचार कर रहे हैं इस ऐप के इंस्टॉल होते ही स्कैमस के पास यूजर्स की पर्सनल जानकारी जैसे जन्म तिथि पैन कार्ड और कार्ड नंबर पहुंच जाती है जिसे वे गलत कामों के लिए उपयोग करते हैं यह एप यूजर्स की जानकारी को चुराकर बैंक अकाउंट में घालमेल कर सकते है
स्कैन के तरीके
स्कैमर्स व्हाट्सएप और अन्य प्लेटफार्म के जरिए फर्जी पीएम किसान योजना ऐप को साझा करते हैं इस ऐप के माध्यम से लेन-देन की जांच करने का दावा किया जाता है और एसएमएस ट्रैफिक को रोक कर यूपीआई एप्स पर संशोधन किया जाता है इससे बैंकिंग डाटा चुराया जाता है और अनाधिकृत लेनदेन किए जाते हैं जिससे लोगों में सरकारी योजनाओं के प्रति संकोच पैदा हो जाता है
यूपीआई धोखाधड़ी से बचने के उपाय
बैंक की निगरानी रखें: हमेशा अपनी बैंक एक्टिविटी पर नजर रखें और किसी भी अनगिनत्य लेनदेन को तुरंत बैंक को रिपोर्ट करें
विश्वसनीय एप्स का ही उपयोग करें: केवल गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से ऐप डाउनलोड करें
फालतू लिंक से बचें: किसी भी अजनबी लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी संदेश या ईमेल का जवाब ना दे
ओटीपी को सुरक्षित रखें: अपनी पर्सनल जानकारी जैसी ओटीपी को कभी भी किसी से साझा ना करें
आधिकारिक प्लेटफार्म का इस्तेमाल करें: किसी भी पैसे की लेनदेन के लिए हमेशा आधिकारिक एप या वेबसाइट का उपयोग करें
फर्जी स्कैन का शिकार होने पर क्या करें
साइबर क्राइम हेल्पलाइन अगर आप धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं तो साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं या आप अपनी शिकायत
(www.cybercrime.gov.in)http://www
.cybercrime.gov.in) पर भी दर्ज कर सकते है
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