Healthcare: क्या डायबिटीज रोगियों को मुनक्का का सेवन करना चाहिए
Healthcare मुनक्का एक प्रकार का सूखा हुआ अंगूर है जिसे भारतीय चिकित्सा पत्तियों में अक्सर उपयोग किया जाता है यह मुख्य रूप से पोटेशियम फाइबर आयरन और विटामिन सी का अच्छा स्रोत है
इसके अलावा इसमें एंटी ऑक्साइड और एंटी इंप्लीमेंट्री गुड होते हैं जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं मुनक्का के सेवन से पाचन क्रिया में सुधार हड्डियों की मजबूती और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है
डायबिटीज और मुनक्का एक संकोच पूर्ण सवाल
डायबिटीज के रोगों के लिए मुनक्का पर विचार करते समय सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि यह फल सकरा से भरपूर होता है मुनक्का ग्लाइसेमिक एंडेट्स (GI) मध्य होता है जो यह दर्शाता है कि यह रक्त सकरा को धीरे-धीरे बडाता है हालांकि इसकी सकरा की मात्रा अधिक होने के कारण डायबिटीज रोगियों को उसे और सीमित मात्रा में खाना चाहिए
फायदे
मुनक्का का सेवन सकरा स्तर को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट शरीर में संतुलन की संवेदनशीलता को बढाता है
यह दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें हृदय के लिए लाभकारी तत्व होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं
नुकसान
मुनक्का में प्राकृतिक सकरा (फैक्टोस) होती है जो अगर अत्यधिक सेवन की जाए तो रक्त सकरा के स्तर को बडा सकती है इस कारण से डायबिटीज के रोगियों को इसे नियमित रूप से सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए
डायबिटीज में मुनक्का का सेवन कैसे करें
डायबिटीज में मुनक्का का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए एक दिन में 3 से 4 मुनक्का खाने से शरीर को सभी लाभ मिल सकते हैं जबकि यह रक्त सकरा के स्तर को भी नियंत्रित रखता है
सही समय मुनक्का का सेवन सुबह के समय खाली पेट किया जा सकता है ताकि यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करें और पाचन तंत्र को ठीक से काम करने में मदद मिले दिन में 4 से 5 मुनक्का का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए खास कर अगर आप मधुमेह के मरीज है
Call to action
Post a Comment