Farming tips सर्दियों में करे इस सब्सी खेती हो जाएंगे कम समय में करोड़पति
Farming tips नवंबर का महीना धनिया की खेती के लिए उपयुक्त समय माना जाता है औरंगाबाद जिले के युवा किसान रवि कुमार ने कुटुंब क्षेत्र में चार बीघा में धनिया की खेती कर एक सफल मॉडल प्रस्तुत किया है
इस खेती में कम समय में अधिक मुनाफा होने की संभावना होती है जो अन्य किसानों को भी प्रोत्साहित कर सकती है
खेती का पारंपरिक पेशा
किसान रवि का परिवार पिछले 20 वर्षों से खेती में सक्रिय है वे धनिया के अलावा गोभी और स्ट्रॉबेरी जैसे फैसले भी उगते हैं पिछले पांच वर्षों से विशेष रूप से कुंभराज वैरायटी की धनिया की खेती कर रहे हैं
मिट्टी और जलवायु की भूमिका
दोमट मिट्टी को धनिया की खेती के लिए आदर्श माना जाता है अंबा की मिट्टी इस फसल के लिए पर्याप्त है
उत्पादन और बाजार मूल्य
धनिया की उपज प्रति बीघा 20 क्विंटल तक होती है बाजार में हरे धनिया की कीमत 150 से 200 रुपए प्रति किलो है प्रति बीघा किसान को 40000 से ₹50000 तक का लाभ हो सकता है हरी धनिया के पास सूखी धनिया की बिक्री से अतिरिक्त मुनाफा होता है
रोग और पाले से बचाव
गंधक का छिड़काव धनिया को रोग और पाले से बचाने में सहायक है एक लिटिल सल्फर को 1000 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें
बाजार में बिक्री
औरंगाबाद की मंडी में हरी धनिया की बिक्री की जाती है सही विवाह के सीजन में हरी धनिया की मांग और कीमत दोनों पड़ जाती है
मुनाफे का मॉडल
हरी धनिया और सूखी धनिया दोनों से किसानों को दुगना लाभ होता है कुशल प्रबंधन और सही समय पर फसल बाजार में लाने से आय में वृद्धि संभव है
Call to Action
धनिया की खेती किसानों के लिए लाभदायक विकल्प है खासकर दोमट मिट्टी वाले क्षेत्रों में युवा किसान रवि कुमार का मॉडल अन्य किसानों को प्रेरित करता है कि सही तकनीक और प्रबंधन से खेतों को सफल व्यवसाय में बदला जा सकता है
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