Amazon और फ्लिपकार्ट की विक्रेताओं पर ED की छापेमारी

परिवर्तन निदेशालय ने FEMA के तहत amazon और फ्लिपकार्ट की विक्रेताओं के खिलाफ छापेमारी की जाने कैसे  एंट्री ट्रस्ट जांच के निष्कर्ष ने इस कार्रवाई को प्रेरित किया 


Amazon और फ्लिपकार्ट की विक्रेताओं पर ED की छापेमारी

परिवर्तन निदेशालय ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत गुरुवार को amazon और फ्लिपकार्ट जैसे ही ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर व्यापार करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ छापेमारी की यह कार्रवाई दिल्ली गुरुग्राम हैदराबाद और बेंगलुरु के 15 से 16 स्थान पर की गई



1. छापेमारी का उद्देश्य और कारण

यहां कार्रवाई केंद्रीय एजेंसी द्वारा भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग CCI की एंट्री ट्रस्ट जांच के निष्कर्ष पर आधारित है CCI की जांच में पाया गया कि अमेजॉन और फ्लिपकार्ट ने चुनिंदा विक्रेताओं को वरीयता दी जिससे प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन हुआ इन विक्रेताओं को प्राथमिकता देखकर और भारी छूट देकर अन्य छोटे व्यापारों को नुकसान पहुंचाया गया 



2. एंटी ट्रस्ट जांच के निष्कर्ष

CCI की रिपोर्ट में आरोप है कि अमेजॉन और फ्लिपकार्ट ने चुनिंदा विक्रेताओं को प्राथमिकता दी और कुछ उत्पादों को वरीयता दी इसके परिणामस्वरुप छोटी और स्वतंत्र विक्रेताओं के लिए असमान में प्रतिस्पर्धा का वातावरण बना


3. विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत जांच

एड ने FEMA के नियमों के तहत इन कंपनियों की भूमिका की जांच की जो विदेशी मुद्रा लेन-देन में सुनिश्चित करता है FEMA नियमों की उलघन में विदेशी निवेश और व्यवसाय रणनीति का दुरुपयोग मुख्य विषय है


बड़ा जुर्माना लग सकता है 

अगर यह आरोप सिद्ध होते हैं तो अमेजॉन और फ्लिपकार्ट को बड़ी पैमाने पर जुर्माना भुगतना पड़ सकता है यह घटना ई-कॉमर्स सेक्टर में प्रतिस्पर्धा को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए कड़े नियमों की ओर भी इशारा करती है



Call to action 

परिवर्तन निदेशालय कि इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि भारत में प्रतिस्पर्धा कानून का शक्ति से पालन आवश्यक है ई-कॉमर्स कंपनियों को अब और अधिक पारदर्शिता के साथ अपने व्यापार कार्यों का संचालन करने की आवश्यकता है ताकि छोटी विक्रेताओं के हितों की रक्षा हो सके



No comments

Powered by Blogger.